पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में साइबर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो शेअर मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों से मोटी रकम ठग रहा था। इस गैंग ने एक आईटी इंजीनियर से 1 करोड़ 11 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपियों ने पहले इंजीनियर को छोटा रिटर्न देकर विश्वास में लिया और फिर धीरे-धीरे बड़ी रकम निवेश करवा ली।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शरद दिलीप सराफ, सूरज सायकर, संकेत वावले, नागेश गंगे और योगीराज जाधव के रूप में हुई है। इन्होंने 'एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म' नाम की फर्जी कंपनी के जरिए व्हाट्सएप पर संपर्क कर निवेश का लालच दिया। पहले कुछ महीनों तक मुनाफा दिया गया जिससे पीड़ित को भरोसा हो गया, लेकिन जैसे ही उसने बड़ी रकम लगाई, रिटर्न के नाम पर उसे टैक्स भरने को कहा गया।
पुलिस को जब इस धोखाधड़ी की शिकायत मिली तो उपायुक्त संदीप डोईफोड़े और डॉ. शिवाजी पवार के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर रविकिरण नाले और एपीआई प्रवीण स्वामी की टीम ने तकनीकी जांच शुरू की। शुरुआत एक बैंक खाते से हुई जहां से दो लाख निकाले गए थे। इसी कड़ी को पकड़कर पुलिस ने गिरोह के बाकी सदस्यों तक पहुंच बनाई।
पूछताछ में पता चला कि योगीराज ने नागेश की मदद से ठगी की रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदल दिया था ताकि ट्रेस न हो सके। सभी पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पूछताछ जारी है। पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराध के बढ़ते मामलों के बीच एक अहम सफलता मानी जा रही है।